निम्नलिखित सूची दुनिया के 10 सबसे खतरनाक सांपों को शामिल करती है, हालांकि यह सूची अनुमानित है और इसमें अन्य संदर्भों का ध्यान नहीं दिया गया है।
1. इंडो-पैसिफिक कोबरा (Indo-Pacific Cobra)
2. रसेल्स वाइपर (Russell’s Viper)
3. ब्लैक मम्बा (Black Mamba)
4. सवैन्टिया (Saw-Scaled Viper)
5. इंडियन क्रेस्टेड स्नेक (Indian Crested Snake)
6. टाइगर स्नेक (Tiger Snake)
7. किंग कोबरा (King Cobra)
8. टाईपन (Taipan)
9. फ्रेंच ग्यांटा (French Guiana Lancehead)
10. ओस्ट्रेलियन तालाबी साँप (Australian Water Python)
1. इंडो-पैसिफिक कोबरा (Indo-Pacific Cobra)
इंडो-पैसिफिक कोबरा एक विशेष प्रजाति का सांप है जो एशिया के पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी भागों में पाया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Naja naja है। यह विषाक्तता के कारण खतरनाक होता है और इसे अक्सर मानव-संघर्षों का हिस्सा माना जाता है। यह सांप लंबे, स्लेंडर और सामान्यत: सफेद या सफेद-गुलाबी रंग का होता है। इसकी विशेषता इसकी विशाल फान (hood) है, जो जब खोली जाती है, तो सांप अपने शिकंजे की तरह दिखता है। इसकी विषाक्तता मानवों के लिए खतरनाक होती है, जिससे मर भी सकता है। इसके काटने के परिणामस्वरूप विक्टिम को प्राथमिक रूप से परालीसिस (मस्तिष्क और शारीरिक कार्यों का लक्षण), ह्रास, और मौत का खतरा होता है। यदि कोई इसके काटने के बाद संभावित विषाक्तता का शंका करता है, तो तत्काल मेडिकल सहायता की जरूरत होती है।
रसेल्स वाइपर (Russell’s Viper)
रसेल्स वाइपर एक और खतरनाक सांप है जो एशिया के विभिन्न हिस्सों में पाया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Daboia russelii है। यह एक मजबूत, धारावाहिक सांप है जिसकी लम्बाई लगभग 4 फीट से अधिक होती है। यह जंगली और खेती दोनों स्थानों पर पाया जा सकता है। इसकी विशेषता इसकी मोटी और माटी रंग की धाराओं में होती है, जिनमें सामान्यत: गहरे बंदरगाह के आसपास सफेद रंग की अंगुलियों की पट्टियां होती हैं।
रसेल्स वाइपर का विष बहुत ही खतरनाक होता है। इसका बूटाई विचित्रता के साथ होता है, जिससे विक्टिम को भरपूर ब्लीडिंग की स्थिति हो सकती है। यह सांप आमतौर पर रेतीले क्षेत्रों में रहता है और अक्सर मानवों के संपर्क में आता है। इसके काटने के बाद विक्टिम को गंभीर चोट की स्थिति हो सकती है, जो अक्सर चिकित्सा उपचार की तत्परता की ज़रूरत करती है। यह सांप अगर मानव के संपर्क में आता है, तो यह खतरनाक हो सकता है, खासकर उन्हें जो उनके पास रहते हैं जो कृषि काम में लगे होते हैं या जंगली क्षेत्रों में घूमने के शौकीन होते हैं।
ब्लैक मम्बा (Black Mamba)
ब्लैक मम्बा एक बड़ा, अत्यंत विषैला और खतरनाक सांप है जो अफ्रीका के उच्च तापमान वाले क्षेत्रों में पाया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Dendroaspis polylepis है। इसका विशेष विशेषता इसका लम्बा, पतला और ब्लैक कलर में होना है, जिससे यह इसके नाम के अनुरूप दिखता है।
ब्लैक मम्बा एक तेज, स्थायी और आग्रही सांप है। यह अद्वितीय गतिविधि के साथ जाना जाता है और अपने शिकंजे को खोलते ही आकर्षकता में बदल जाता है, जिससे विक्टिम को डरावने रूप में लगता है। इसका विष बेहद विषैला होता है और उसका शिकार बहुत तेजी से प्रभावित होता है।
ब्लैक मम्बा का काटने का प्रभाव बेहद गंभीर होता है। विक्टिम को शीघ्र चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है, क्योंकि इसका विषाक्तता चिकित्सा उपचार के बिना जानलेवा हो सकता है। ब्लैक मम्बा को सबसे तेज सांप के रूप में जाना जाता है और इसका संभावित भयानक प्रभाव इसे विशेष रूप से खतरनाक बनाता है।
सवैन्टिया (Saw-Scaled Viper)
सवैन्टिया एक अन्य विषाक्त सांप है जो एशिया के विभिन्न हिस्सों में पाया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Echis है, और इसके कुछ प्रजातियाँ जैसे Echis carinatus भारत, पाकिस्तान, और सीमा के पास के क्षेत्रों में पाई जाती हैं।
इसका नाम इसकी पीठ की स्केल्स के तीखे ध्वनि से आता है, जो इसके अच्छी तरह से सुनायी देने वाले पट्टों के संदर्भ में हैं। यह सांप छोटा, मोटा और धारावाहिक होता है, और इसका रंग विभिन्नता में हो सकता है, लेकिन आमतौर पर इसकी रंगत सूर्यमुखी वाले होती हैं।
सवैन्टिया का विष भी बेहद खतरनाक होता है, और इसका प्रभाव विक्टिम के शरीर पर तेजी से प्रभावित होता है। इसके काटने के बाद विक्टिम को दर्द, सूजन, और कभी-कभी अन्य गंभीर लक्षण हो सकते हैं। यदि किसी को सवैन्टिया के काटने का शंका हो, तो तत्काल मेडिकल सहायता की जरूरत होती है क्योंकि इसका विषाक्तता गंभीर चिकित्सा उपचार के बिना मौतात्मक हो सकता है।
इंडियन क्रेस्टेड स्नेक (Indian Crested Snake)
“इंडियन क्रेस्टेड स्नेक” या “इंडियन क्रेस्टेड स्नेक-एटर” एक छोटी सांप प्रजाति है जो भारत के विभिन्न भू-भागों में पाई जाती है। इसका वैज्ञानिक नाम Asthenodipsas laevis है। इसकी खासियत यह है कि इसके सिर के बल का ढलान होता है जिससे वह एक प्रकार की पट्टी की तरह दिखता है, जो सर्प के नाम पर क्रेस्टेड स्नेक कहलाता है।
इस सांप की अधिकांश जानकारी के बारे में अभिजात नहीं है, क्योंकि इसके बारे में बहुत कम अध्ययन किए गए हैं। इसका आकार सामान्यत: लगभग 1-2 फुट होता है और यह जंगलों और उपजाऊ क्षेत्रों में पाया जाता है।
इंडियन क्रेस्टेड स्नेक विशेष रूप से लकड़ी की खाद्यान्न चित्रित करने के लिए विशेष रूप से अनुकूलित है। यह अपनी खाद्यान्न के संग्रहण के लिए वृक्षों में रहता है। इसे अंधेरे और छिपे हुए स्थानों में आसानी से पाया जा सकता है। इस सांप का विषाक्तता का अभ्यास नहीं किया गया है, लेकिन इसे सावधानी से लेना चाहिए, जैसा कि अन्य सांपों के साथ होता है।
टाइगर स्नेक (Tiger Snake)
टाइगर स्नेक (Tiger Snake) एक अत्यधिक विषाक्त सांप है जो आमतौर पर आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में पाया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Notechis scutatus है। यह सांप लंबा और पतला होता है, और इसका नाम उसके धाराओं के बाजारदार रंग के लिए दिया गया है, जो बाघ की धाराओं की तरह दिखते हैं।
टाइगर स्नेक अत्यधिक विषाक्त होता है और इसका विष न्यूरोटोक्सिन, हेमोटोक्सिन, और कोयणिन का संयोजन होता है, जो विक्टिम के शरीर पर तेजी से प्रभाव डालता है। इसका काटने का प्रभाव गंभीर होता है और उससे डरावने लक्षण जैसे कि मोटापन, उलटी, अत्यधिक पसीना, विपत्तियों की भावना, और मौत हो सकती है।
यदि किसी को टाइगर स्नेक के काटने का शंका हो, तो तत्काल मेडिकल सहायता की जरूरत होती है। इस सांप के संपर्क में आने पर सावधानी बरतना चाहिए, और लोगों को इसके आसपास सावधान रहना चाहिए।
किंग कोबरा (King Cobra)
किंग कोबरा (King Cobra) एक शक्तिशाली और प्रतिरक्षी सांप है जो भारत, दक्षिण-पूर्व एशिया, और दक्षिण-पूर्व चीन में पाया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Ophiophagus Hannah है। यह विश्व का सबसे बड़ा सांप है, और इसकी विशेषता उसके मजबूत, फैलती हुई होड़ की वजह से होती है।
किंग कोबरा का विष बहुत ही विषैला होता है, और एक ही बार में बड़े पैमाने पर विक्टिम को जिंदा मार सकता है। यह सांप अक्सर मानवों के समीप नहीं जाता है, लेकिन यदि उसके संपर्क में आता है, तो यह बहुत खतरनाक हो सकता है। इसके लक्षणों में चक्कर आना, विक्टिम की हृदय दर का बढ़ जाना, और खुद को हिलाना शामिल होता है।
किंग कोब्रा एक स्वच्छ जंगली सांप है और यह अपने प्राणी खाद्य के पीछे भागता है, जैसे कि छोटे सांप, प्राणी, और अन्य सांप। इसका नाम इसकी शानदार और बुद्धिमान प्रवृत्ति के लिए भी मशहूर है।
टाईपन (Taipan)
टाईपन (Taipan) एक अत्यंत विषैला सांप है जो प्रमुखत: ऑस्ट्रेलिया के माध्यमिक और उच्च भागों में पाया जाता है। यह दक्षिणी टाईपन (Inland Taipan) और पूर्वी टाईपन (Coastal Taipan) के दो विशेष प्रजातियों में से एक है।
टाईपन विशेष रूप से अपनी बेहद तेज और जानलेवा विषाक्तता के लिए प्रसिद्ध है। इसका विष अत्यधिक न्यूरोटोक्सिन होता है, जो विक्टिम के शरीर के न्यूरॉन्स को प्रभावित करके मौत का कारण बनता है। टाईपन के काटने का प्रभाव अत्यधिक गंभीर होता है, और इससे अनेक जानलेवा लक्षण जैसे कि दर्द, थकावट, अस्थायी अंधापन, और आत्महत्या का इरादा हो सकता है।
टाईपन अपने शिकार के लिए धारात्मक होता है, और अक्सर अन्य सांपों को शिकार करता है। यह सांप अक्सर बुनियादी चालबाज़ी में और घने वनों या कुदरती क्षेत्रों में पाया जाता है। इसके संपर्क में आने पर सावधानी बरतना चाहिए, और यदि कोई काटा जाता है, तो तुरंत मेडिकल सहायता की आवश्यकता होती है।
फ्रेंच ग्यांटा (French Guiana Lancehead)
फ्रेंच ग्यांटा (French Guiana Lancehead) एक अत्यंत विषैला सांप है जो मुख्य रूप से फ्रेंच गुयाना क्षेत्र में पाया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Bothrops lanceolatus है। यह एक जलवायु स्थलीय प्रजाति है और अक्सर वर्षा वर्षा के दौरान जंगली क्षेत्रों में पाया जाता है।
फ्रेंच ग्यांटा का विष बहुत ही विषैला होता है और उसका प्रभाव विक्टिम के शरीर पर तेजी से होता है। इसका विष ब्लीडिंग को बढ़ा सकता है और सांप के काटने के प्रभाव से विक्टिम की मौत भी हो सकती है। इस सांप का विष न्यूरोटोक्सिन और हेमोटोक्सिन का मिश्रण होता है जो अत्यधिक खतरनाक होता है।
फ्रेंच ग्यांटा एक जानवर खाना है और इसकी खासियत है कि यह अपने शिकार के पीछे अचानक प्रकाशित अंधेरे के दौरान भाग सकता है। इसके संपर्क में आने पर सावधानी बरतना चाहिए, और यदि कोई काटा जाता है, तो तत्काल मेडिकल सहायता की आवश्यकता होती है।
ओस्ट्रेलियन तालाबी साँप (Australian Water Python)
ओस्ट्रेलियन वॉटर पाइथन (Australian Water Python) एक अधिकांशत: जलमगर रहने वाला साँप है जो ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी और पूर्वी क्षेत्रों में पाया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम “Liasis fuscus” है।
यह साँप लम्बा और मोटा होता है, और इसका रंग पानी के निकटतम आसपासी परिसर के अनुसार विभिन्न हो सकता है, लेकिन आमतौर पर इसका रंग गहरा होता है और उसमें छोटे-छोटे धारदार पट्टियाँ होती हैं।
यह साँप मुख्य रूप से अपना आहार पानी में रहने वाले प्राणियों पर निर्भर करता है, जैसे मछलियाँ, केकड़े और अन्य साँप। यह साँप अक्सर पानी में छिपा होता है और जल बहाव के निकट स्थलों पर रहता है।
ओस्ट्रेलियन वॉटर पाइथन विशेष रूप से विषाक्त नहीं होता है और इससे मानवों को कोई भी संतुलित खतरा नहीं होता है। इसके अतिरिक्त, यह एक प्रसिद्ध पालतू साँप है जो कुछ लोगों द्वारा पाला जाता है।